#राजनीति

पार्षद से शुरू हुआ लखन का सफर मंत्री तक पहुंचा, 5 साल के वनवास के बाद ओपी को भी ईनाम

कोरबा। गुरुवार को आखिरकार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने कैबिनेट की घोषणा कर दी है। अपने चिर परिचित अंदाज में बीजेपी ने चौंकाने वाले विधायकों के नाम मंत्रिमंडल के लिए फाइनल कर दिए हैं।

जो शुक्रवार को विधानसभा के सत्र के बाद दोपहर में शपथ ले सकते हैं। कई दिग्गज पूर्व मंत्रियों को मंत्री की कुर्सी नहीं मिली है। जबकि पहली बार सदन में पहुंचे विधायक मंत्री जैसा महत्वपूर्ण पदसंभालेंगे।

मुश्किल सीट जीतने का लखन कोई नाम शाह ने कहा था भविष्य उज्जवल

लखनलाल देवांगन मंत्री पद के शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में उनका शामिल होना चौंकाने वाला नाम है। लखन ने तीन बार के विधायक पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को 25000 वोट के अंतर से हरा दिया था। कोरबा विधानसभा जैसी मुश्किल सीट जीतने का इनाम लखनलाल देवांगन को मिला है। 17 नवंबर को मतदान के ठीक 1 दिन पहले 15 नवंबर को अमित शाह ने लखनलाल के समर्थन में कोरबा शहर के घंटाघर में सभा का आयोजन किया था। शहर के घंटा घर मे जन सैलाब उमड़ा था। यह कहना गलत नहीं होगा कि इसी रैली के बाद लखन के पक्ष में माहौल पूरी तरह से बदल गया। मंच से अमित शाह ने लोगों से अपील की, कहा कि लखन लाल को चुनाव जिताएं, इनका भविष्य उज्जवल है। एक तरह से उन्होंने इशारा दे दिया था कि यदि लखन चुनाव जीते तो मंत्री बनेंगे। अमित शाह ने जो बातें कही थी। उसे पूरा भी किया।

आईएस का पद छोड़ा, 5 साल का वनवास काटा अब बनेंगे मंत्री

ओपी चौधरी रायपुर कलेक्टर थे। 2018 में जब आईएएस के पद से इस्तीफा देकर उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया और चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। तब उनकी आलोचना भी हुई थी। एक वर्ग का ऐसा मानना था कि आईएएस जैसे पद की नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश करना गलत निर्णय है। ओपी 2018 में जब चुनाव हार गए तब इन बातों को और बल मिला। 5 साल तक उन्होंने वनवास काटा। लेकिन अपने निर्णय पर अडिग रहे, राजनीति में डटे रहे। उतार चढ़ाव के बाद अब वह मंत्री बनने जा रहे हैं।

ये बनेंगे मंत्री

बृजमोहन अग्रवाल
रामविचार नेताम
दयालदास बघेल
केदार कश्यप
लखन लाल देवांगन
श्याम बिहारी जायसवाल
ओपी चौधरी
लक्ष्मी राजवाड़े
टंक राम वर्मा