#छत्तीसगढ़ #राजनीति

बिहार बैकग्राउंड मेयर के लिए क्या पुरंदर चुन पाएंगे छत्तीसगढ़िया सभापति!

बिहार बैकग्राउंड मेयर के लिए क्या पुरंदर चुन पाएंगे छत्तीसगढ़िया सभापति!

(Blueink.In) कोरबा. ऊर्जाधानी में छत्तीसगढ़ और पूर्वांचल का चोली दामन का साथ है। पुराने के बाद अब नवनिर्वाचित मेयर संजू देवी राजपूत भी पूर्वांचल समाज से ही आती हैं।
मेयर का निर्वाचन प्रत्यक्ष तौर पर प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली से हो चुका है। अब नगर निगम की सभाओं को चलाने के लिए सभापति को चुनने की बारी है। कोरबा की फिजा में छत्तीसगढ़िया सभापति का शिगुफा छोड़ दिया गया है। बीजेपी ने राज्य के सभी नगर निगम में सभापति चुनने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। कोरबा में जिम्मेदारी पुरंदर मिश्रा को दी गई है। अब सवाल यह है कि सुनियोजित तरीके से कोरबा की हवा में छत्तीसगढ़िया सभापति का जो शिगुफा छोड़ा गया है। क्या इसे पुरंदर पूरा कर पाएंगे.

लोगों में यह जबरदस्त चर्चा है कि भले ही कोई खुद को कितना ही छत्तीसगढ़िया कह ले, बड़े नेता भी कितना छत्तीसगढ़ियावाद का राग अलाप लें, लेकिन असल पृष्ठभूमि तो बिहार की ही है। इसलिए अब सिर्फ डैमेज कंट्रोल के लिए छत्तीसगढ़िया सभापति की बात को हवा दी जा रही है। आपस में ही टांग खींच प्रतियोगिता मच गई है। सभापति की होड़ में कई नाम हैं। देखना यह है की अंत में बाजी कौन मारेगा.